कला आश्रम आयुर्वेद मेडिकल काॅलेज एण्ड हाॅस्पीटल में मनाया गया 8वां अन्र्तराष्ट्रीय योग दिवस

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कला आश्रम फाउण्डेशन, उदयपुर एवं इसकी इकाई कला आश्रम आयुर्वेद मेडिकल काॅलेज एण्ड हाॅस्पीटल में दिनांक 21 जून 2022, मंगलवार को 8वे ‘अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस’ के अवसर पर अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया। कार्यक्रम प्रातः 8.30 बजे कला आश्रम फाउण्डेशन के मुख्य प्रबन्धक न्यासी डाॅ. दिनेश खत्री के स्वागत उद्बोधन के साथ प्रारम्भ हुआ। कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि कला आश्रम फाउण्डेशन की संरक्षक न्यासी डाॅ. सरोज शर्मा थी। स्वागत उद्बोधन पश्चात् प्रातः 8.45 से 9.30 तक स्वस्थवृत एवं योगा विभाग के प्रो. विष्णु कुमार मित्तल के साथ श्री भूपेन्द्र फौजदार एवं श्री बंशीलाल विश्नोई ने सभी प्रतिभागियों को आयुष मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा निर्धारित सामान्य योगाभ्यास करवाया। प्रो. प्रमोद कुमार शर्मा द्वारा इस वर्ष की योगा थीम ‘‘योगा फाॅर ह्यूमिनिटी’’ पर अपने विचार रखें, जिसमें प्रो. शर्मा ने व्यक्ति के सम्पूर्ण स्वास्थ्य हेतु योगा के महत्व एवं उपयोगिता पर सारगर्भित व्याख्यान प्रस्तुत किया।
मुख्य अतिथि डाॅ. दिनेश खत्री, मुख्य प्रबन्धक न्यासी, कला आश्रम फाउण्डेशन, उदयपुर ने योगा दिवस मनाने के उद्देश्यों एवं प्राचीन वेदीक काल से चली आ रही प्रथा एवं वर्तमान संदर्भ में इसकी उपयोगिता पर अपने विचार प्रस्तुत किये। मुख्य अतिथि ने कोरोना वायरस बीमारी (कोविड -19) के खिलाफ लड़ाई में आशा की किरण के रूप में उभरे योग एवं प्राणायाम को शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी बताया।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि डाॅ. सरोज शर्मा, संरक्षक न्यासी, कला आश्रम फाउण्डेशन, उदयपुर ने योग एवं भारतीय संस्कृति के मध्य स्थापित सम्बन्धों पर अपने विचार रखें। कार्यक्रम में करीब 250 से अधिक प्रतिभागियों नेे जुड़कर योगाभ्यास किया।
उपरोक्त दिवस पर प्रो. विष्णु कुमार मित्तल द्वारा आयुष मंत्रालय द्वारा तैयार किये गये 45 मिनिट के योग प्रोटोकाॅल का पालन करते हुये योग के विभिन्न आसनों का अभ्यास कराया गया। कार्यक्रम के प्रारम्भ में 2 से 3 मिनिट का ओम उच्चारण करते हुए ओम शान्ति शान्ति का पाठ किया गया। इसके पश्चात् गर्दन, कंधे, घुटने एवं कमर से सम्बन्धित चालन क्रियाओं के प्रदर्शन के साथ प्रतिभागियों का वार्मअप किया गया।
इसके पश्चात् 18 मिनिट के योगासन में ताड़ासन, पादहस्तासन, अर्धचक्रासन और त्रिकोणासन का अभ्यास कराया गया। इसके पश्चात बैठकर किये जाने वाले आसनों में भद्रासन, वज्रासन, उष्ट्रासन, शशांकासन, उत्थान मंडुकासन का अभ्यास कराया गया। इसके पश्चात् मकरासन, भुजंगासन, शलभासन, धनुर्रासन किया गया। अंत में 2 मिनिट का कपालभांति का अभ्यास भी किया गया। शिविर में ही बैठी हुई मुद्रा, सीधी एवं उल्टी लेटी हुई मुद्रा, कपालभाती, प्राणायाम, ध्यान, संभावी मुद्रा एवं ज्ञान मुद्रा का अभ्यास भी किया गया।
कार्यक्रम में प्रो. विष्णु कुमार मित्तल एवं डाॅ. रामवीर शर्मा ने योगा अभ्यास के अपने अनुभव सांझा किये। प्राचार्य प्रो. कृृष्ण मुरारी अग्रवाल ने धन्यवाद ज्ञापन के साथ मानसिक योगा के बारे में भी अपने अनुभव प्रदान किये। कार्यक्रम प्रभारी डाॅ. संजय एम. ने बताया कि इस वर्ष आयुष मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस-2022 की थीम ‘योगा फाॅर ह्युमेनिटी’ रखी गई है, एवं इसी थीम पर यह संपूर्ण कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम में प्रतिवर्ष अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस को ओर अधिक उत्साह के साथ मनाने का संकल्प भी किया गया एवं सभी के स्वास्थ्य की मंगल कामनाएं की गई। अन्त में सभी ने गायत्री मंत्र व शांति पाठ के साथ कार्यक्रम का समापन किया।

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