कला आश्रम आयुर्वेद मेडिकल काॅलेज एण्ड हाॅस्पीटल, गोगुन्दा, उदयपुर के काय-चिकित्सा विभाग द्वारा ‘आयुर्मेह-2021’ प्रमेह (मधुमेह मेलेटस) प्रबंधन पर (कोविड-19 गाईड लाइन पालना करते हुए) एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन दिनांक 27.02.2021 को किया गया। संगोष्ठी में मुख्य अतिथि कला आश्रम फाउण्डेशन के मुख्य प्रबन्धक न्यासी डाॅ. दिनेश खत्री एवं विशिष्ट अतिथि संरक्षक न्यासी डाॅ. सरोज शर्मा थे। कार्यक्रम की शुरूआत मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथि द्वारा माँ सरस्वती को दीप प्रज्ज्वलित कर की गई।
मुख्य अतिथि डाॅ. दिनेश खत्री का स्वागत प्रो. प्रमोद भातरा द्वारा माल्यार्पण, पगड़ी एवं उपरणा पहना कर किया गया एवं विशिष्ट अतिथि डाॅ. सरोज शर्मा का स्वागत डाॅ. राजलक्ष्मी द्वारा माल्यार्पण कर किया गया।
संगोष्ठी समन्वयक प्रो. प्रमोद कुमार भातरा ने बताया कि संगोष्ठी के लिए तीन चरण बनाये गये है। इस संगोष्ठी में महाविद्यालय के इन्टरनीज़ छात्र- छात्राओं ने भाग लिया। प्रथम चरण- ‘प्रमेह का सामान्य परिचय’ इसमें डाॅ. अपूर्वा शर्मा ने ‘निदान पंचपंचक प्रमेह (आयुर्वेद और आधुनिक चिकित्सा अनुसार), डाॅ. बीना ने ‘ऐपिडेमोलाॅजी ऑफ़ प्रमेह’, डाॅ. गुनेश्वरी झाला ने ‘प्रमेह के लक्षण’ पर विचार व्यक्त किए। द्वितीय चरण- ‘प्रमेह का आयुर्वेदिक प्रबंधन’ इसमें डाॅ. भूपेन्द्र कुमार राठौड़ ने ‘प्रमेह प्रबंधन के बुनियादी सिद्धांत’, डाॅ. तपेश ने ‘प्रमेह का उपचार’, डाॅ. हिमांशु सोनी ने ‘प्रमेह पीड़िका’ विषय पर विचार व्यक्त किए। अंतिम चरण- ‘प्रमेह चिकित्सा के विभिन्न गठन’ इसमें डाॅ. सूरज कुमार ने ‘प्रमेह में शास्त्रीय योग का उपयोग’, डाॅ. रविना ने ‘एकल औषध प्रमेह’, डाॅ. जागृति परमार ने ‘दैनिक अभ्यास में उपयोग किए जाने वाले मधुमेह की पेंटेट दवा’ एवं डाॅ. मासूम शर्मा ने ‘मधुमेह के घरेलू उपचार’ के विषय पर प्रकाश डाला।
प्रो. प्रमोद कुमार भातरा ने बताया कि प्रमेह (डायबिटीज़) प्रबंधन संगोष्ठी में कुल 10 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया और संगोष्ठी में भाग लेने वाले छात्र-छात्राओं को ‘आयुर्मेह-2021’ प्रमाण पत्र मुख्य अतिथि डाॅ. दिनेश खत्री एवं विशिष्ट अतिथि डाॅ. सरोज शर्मा द्वारा प्रदान किये गये।
संगोष्ठी में महाविद्यालय के प्राध्यापकगण एवं इन्टरनीज़ छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन डाॅ. कमलेश कुमार एवं धन्यवाद ज्ञापन समन्वयक प्रो. प्रमोद कुमार भातरा द्वारा किया गया।