कला आश्रम आयुर्वेद मेडिकल काॅलेज एण्ड हाॅस्पीटल, गोगुन्दा, उदयपुर के बी.ए.एम.एस. सत्र 2022-23 के प्रथम प्रोफेशनल कोर्स में नवप्रवेशित छात्र-छात्राओं का ‘शिष्योपनयनीय संस्कार’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। महाविद्यालय के धनवन्तरी प्रार्थना स्थल पर नव प्रवेशित विद्यार्थियों का महाविद्यालय के इन्टरनीज़ विद्यार्थियों द्वारा तिलक, लच्छा बांधकर स्वागत किया गया। महाविद्यालय के प्रशासनिक भवन पर मुख्य अतिथि डाॅ. दिनेश खत्री (मुख्य प्रबंधक न्यासी, कला आश्रम फाउण्डेशन, उदयपुर), विशिष्ट अतिथि डाॅ. सरोज शर्मा (संरक्षक न्यासी, कला आश्रम फाउण्डेशन, उदयपुर), महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. के.एम. अग्रवाल, प्रो. प्रमोद कुमार शर्मा, प्रो. रामवीर शर्मा, डाॅ. संजय एम. एवं समस्त शिक्षकगणों की उपस्थिति में नवप्रवेशित विद्यार्थियों का ‘शिष्योपनयनीयम्’ संस्कार अर्थात् शिष्य को शिक्षण के लिए स्वीकार करना कराया गया।
महाविद्यालय के प्रशासनिक भवन में माँ सरस्वती की पूजा मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथि द्वारा की गई। मुख्य अतिथि डाॅ. दिनेश खत्री का स्वागत प्राचार्य प्रो. के.एम. अग्रवाल द्वारा, विशिष्ट अतिथि डाॅ. सरोज शर्मा का स्वागत डाॅ. राजलक्ष्मी द्वारा, प्राचार्य प्रो. के.एम. अग्रवाल का स्वागत डाॅ. संजय एम द्वारा उपारणा ओढ़ाकर किया गया। कार्यक्रम में नवप्रवेशित विद्यार्थियों को महाविद्यालय में संचालित शिक्षण कार्य व अन्य गतिविधियों की झलकियां दिखाई गई।
मुख्य अतिथि डाॅ. दिनेश खत्री द्वारा स्वागत उद्बोधन में सभी नवप्रवेशित विद्यार्थियों को शुभकामनाऐं प्रेषित कर आयुर्वेद के महत्व के बारे में बताते हुए भारतीय आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति परंपरा को आगे बढ़ाते हुए इसे जन-जन तक पहुंचाने एवं आयुर्वेद हार्टलेस थैरेपी की मान्यता के बारे में जानकारी प्रदान की गई। विशिष्ट अतिथि डाॅ. सरोज शर्मा ने अपने स्वागत उदबोधन में नवप्रवेशित विद्यार्थियों को सभी के प्रति सम्मान करना एवं संस्कारों के बारे में अवगत कराते हुए उन्हें शुभकामनाऐं प्रेषित की। प्राचार्य प्रो. के.एम. अग्रवाल के उद्बोधन में अनुशासित रहकर अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के बारें मंे बताया गया। प्राचार्य द्वारा शरीर एवं मन की शुद्धि के बारे में बताया गया एवं नवप्रवेशित विद्यार्थियों को चरक शपथ दिलवाई गई। मुख्य अतिथि डाॅ. दिनेश खत्री एवं विशिष्ट अतिथि डाॅ. सरोज शर्मा द्वारा छात्र-छात्राओं को व्हाईट कोट पहना कर उसके महत्व के बारे में बताया गया एवं नैतिक मूल्यों से अवगत कराया गया। उपरोक्त ‘शिष्योपनयनीय संस्कार’ कार्यक्रम आगामी 15 दिनों तक चलेगा। धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम समन्वयक डाॅ. संजय एम. द्वारा किया गया।
बी.ए.एम.एस. सत्र 2022-23 के नवप्रवेशित छात्र-छात्राओं का ‘शिष्योपनयनीयम् संस्कार’ कार्यक्रम का आयोजन
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